Kolkata doctor रेप-हत्या मामला: CBI कर सकती है पॉलीग्राफ टेस्ट; CISF ने अस्पताल की सुरक्षा संभाली
Kolkata doctor रेप-हत्या मामले में CBI जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। CBI पॉलीग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने की मशीन) का सहारा लेकर सच्चाई का पता लगाने की तैयारी में है। इस बीच, CISF ने अस्पताल की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली है ताकि मामले से जुड़े साक्ष्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है, और अब न्याय की प्रक्रिया पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
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कोलकाता में हुई इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। इस मामले में, सीबीआई (CBI) की जांच से उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। सीआईएसएफ (CISF) द्वारा अस्पताल की सुरक्षा संभालना इस बात का संकेत है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Kolkata doctor रेप-हत्या मामला: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोली सच्चाई, गैंगरेप का मामला, सौरभ गांगुली करेंगे प्रदर्शन
Sourced by: India TV
कोलकाता: R G Kar Medical कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के मामले में नई जानकारियां सामने आई हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की मौत गला घोंटने से हुई है। रिपोर्ट में पीड़ित के शरीर पर 16 चोट के निशान मिले हैं, जिनमें से 9 बहुत गंभीर हैं। रिपोर्ट में सेक्शुअल असॉल्ट के भी पुख्ता सबूत मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि यह एक गैंगरेप का मामला है।
क्या कहती है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित के गले, नाक, होंठ, गर्दन और घुटनों पर खरोंच के निशान थे। सिर की मांसपेशियों, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों में इंटरनल चोटें भी मिलीं। ये सभी चोटें मौत से पहले की हैं। रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि पीड़ित के साथ क्रूरतापूर्ण तरीके से पेश आया गया था।
एक से अधिक लोग शामिल
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों और मौजूदा सबूतों के आधार पर यह माना जा रहा है कि इस घटना में एक से अधिक लोग शामिल थे। पुलिस इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है।
सौरभ गांगुली का प्रदर्शन
इस घटना से पूरे देश में गुस्सा है। बुधवार को पूर्व क्रिकेटर सौरभ गांगुली पत्नी डोना के साथ कोलकाता में डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन में और मार्च में शामिल होंगे। डॉक्टरों की सुरक्षा और न्याय की मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
हाईकोर्ट में सुनवाई
आज कोलकाता हाईकोर्ट में आरजी कर अस्पताल में 14 अगस्त को हुई हिंसा पर सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई में चीफ जस्टिस टीएस शिवगनम ने राज्य सरकार और पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा था कि अस्पताल में तोड़फोड़ के लिए 7 हजार की भीड़ आई थी। पुलिस क्या कर रही थी? पुलिस खुद को नहीं बचा पा रही, तो डॉक्टर निडर होकर कैसे काम करेंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने देश में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। डॉक्टरों को सुरक्षित माहौल में काम करने का अधिकार है और सरकार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
आगे क्या होगा?
पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की उम्मीद है। इस घटना के बाद डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग उठ रही है।
यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करता है। यह दिखाता है कि महिलाएं अभी भी असुरक्षित महसूस करती हैं और उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता है।
पुलिस ने पीड़ित के परिवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि डॉक्टर की गला और मुंह दबाकर हत्या की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, घटना 9 अगस्त की सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुई थी और आरोपी ने डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया था।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु:
- रेप और मारपीट: रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से रेप और मारपीट के निशान मिले हैं।
- गला दबाकर हत्या: डॉक्टर की मौत गला और मुंह दबाकर होने की पुष्टि हुई है।
- क्रूरतापूर्ण व्यवहार: आरोपी ने डॉक्टर के साथ बेहद क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया था।
दिल्ली AIIMS में OPD शुरू:
इस घटना के विरोध में दिल्ली AIIMS के रेजिडेंट डॉक्टरों ने आज से OPD शुरू कर दी है। डॉक्टरों ने देश भर में इस तरह की घटनाओं को रोकने की मांग की है।
CBI की जांच:
CBI इस मामले की जांच कर रही है और आज पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है। इसके अलावा, CBI आज आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कर सकती है। कोलकाता की अदालत ने CBI को इसकी इजाजत दे दी है।
CCTV फुटेज की जांच:
CBI की एक टीम सोमवार को कुछ इलाकों के CCTV कैमरों के फुटेज हासिल करने के लिए कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर पहुंची थी। अब CCTV फुटेज से यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आरोपी ठीक कहां-कहां और किस घर में गया था।
कोलकाता में प्रदर्शन जारी:
कोलकाता में आज भी डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। डॉक्टरों की सुरक्षा और न्याय की मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
Kolkata doctor रेप-हत्या मामला: सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख, डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए टास्क फोर्स का गठन
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नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि व्यवस्था में सुधार के लिए हम और एक रेप का इंतजार नहीं कर सकते।
टास्क फोर्स का गठन:
कोर्ट ने डॉक्टर्स की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक टास्क फोर्स बनाने का आदेश दिया है। इस टास्क फोर्स में 9 डॉक्टर्स को शामिल किया गया है, जो मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा, वर्किंग कंडीशन और उनकी बेहतरी के उपायों की सिफारिश करेगी। टास्क फोर्स में केंद्र सरकार के पांच अधिकारी भी शामिल किए गए हैं।
राज्य सरकार से सवाल:
कोर्ट ने राज्य सरकार के वकील से पूछा कि घटना के बाद प्रिंसिपल ने इसे सुसाइड क्यों बताया। कोर्ट ने CBI से 22 अगस्त तक स्टेटस रिपोर्ट और राज्य सरकार से घटना की रिपोर्ट मांगी है।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:
- आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा CISF को दिया गया है।
- केस की अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है।
- पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरभ गांगुली 21 अगस्त को पत्नी डोना के साथ प्रदर्शन करेंगे।
Kolkata doctor रेप-मर्डर मामला: वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू, डॉक्टरों की सुरक्षा पर केंद्र सरकार का फैसला
पश्चिम बंगाल सरकार ने अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू कर दी है। राज्य सरकार ने सोमवार को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान हुए वित्तीय लेनदेन की जांच के आदेश दिए हैं।
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन:
राज्य सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जो जनवरी 2021 से अब तक हुए लेनदेन की जांच करेगी। इस टीम को एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। यह कदम अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के कई आरोपों के बाद उठाया गया है।
डॉक्टरों की सुरक्षा पर केंद्र सरकार का फैसला:
इसके साथ ही, केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 अगस्त को एक बयान जारी कर कहा था कि डॉक्टरों की मांग को लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी। सुरक्षा के लिए राज्य सरकारों से भी सुझाव मांगे जाएंगे। केंद्र के इस फैसले का भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने स्वागत किया है। IMA ने कहा कि वह सभी पहलुओं पर सावधानीपूर्वक विचार करने और अपनी सभी स्टेट ब्रांच से सलाह लेने के बाद जवाब देगा।
निष्कर्ष
यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। इस मामले में, सीबीआई की जांच से उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
सीआईएसएफ द्वारा अस्पताल की सुरक्षा संभालना इस बात का संकेत है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। वित्तीय अनियमितताओं की जांच से अस्पताल में चल रही गतिविधियों में पारदर्शिता आएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित होगी। डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम से उन्हें सुरक्षित माहौल में काम करने का भरोसा मिलेगा।