मोरिंगा के पत्तों (Moringa), जिसे सहजन (Sahjan) भी कहा जाता है, जिसे मोरिंगा या ड्रमस्टिक के नाम से भी जाना जाता है, एक बहुत उपयोगी पेड़ है। सदियों से इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सा में विभिन्न रोगों के इलाज और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए किया जाता रहा है। इसकी खास बात यह है कि इसके लगभग सभी भाग – पत्ते, फली, फूल, छाल और जड़ – औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।

Table of Contents

मोरिंगा के पत्तों
मोरिंगा के पत्तों
  • मोरिंगा के पत्ते विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
  • इसमें विटामिन ए, सी, ई, के, बी 1 (थायमिन), बी 2 (राइबोफ्लेविन), बी 3 (नियासिन), बी 6, और फोलेट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
  • खनिजों में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जस्ता, तांबा और लोहा शामिल हैं।
  • यह एंटीऑक्सीडेंट जैसे कि फ्लेवोनोइड और कैरोटेनॉइड का भी एक अच्छा स्रोत है।

                                                Sourced by: Ranjeet Kumar Rana

                                                 Sourced by: Dr. Vivek Joshi

1. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है

  • एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: मोरिंगा के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट जैसे कि फ्लेवोनोइड और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं।

  • विटामिन और खनिजों का भंडार: मोरिंगा विटामिन ए, सी, ई, के, बी 1, बी 2, बी 3, बी 6, और फोलेट का एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसके साथ ही, इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जस्ता, तांबा और लोहा जैसे खनिज भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली के समुचित कार्य के लिए आवश्यक हैं।

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सूजन प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकती है, इसलिए मोरिंगा का सेवन सूजन को कम करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

  • जिगर स्वास्थ्य में सुधार: मोरिंगा जिगर के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है। जिगर शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और प्रतिरक्षा कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है।

  • पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है: मोरिंगा पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी महत्वपूर्ण है। एक स्वस्थ पाचन तंत्र शरीर को पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित करने में मदद करता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक हैं।

2. सूजन कम करता है

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में सूजन पैदा करने वाले यौगिकों, जैसे कि प्रोस्टाग्लैंडीन और ल्यूकोट्रिएन को कम करने में मदद करते हैं।

  • एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: मोरिंगा के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट जैसे कि फ्लेवोनोइड और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जो सूजन का एक प्रमुख कारण है।

  • दर्द निवारक: मोरिंगा में दर्द निवारक गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द, गठिया और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों से जुड़े दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

  • जोड़ों के स्वास्थ्य में सुधार: मोरिंगा जोड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है, जो गठिया और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

मोरिंगा के पत्ते, जिन्हें सहजन के पत्ते भी कहा जाता है, सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में मधुमेह सहित विभिन्न रोगों के इलाज के लिए उपयोग किए जाते रहे हैं। हाल के वर्षों में, वैज्ञानिक अध्ययनों ने मधुमेह के प्रबंधन में मोरिंगा के पत्तों की प्रभावशीलता का समर्थन किया है।

मोरिंगा के पत्ते रक्त शर्करा को कैसे नियंत्रित करते हैं:

  1. इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार: मोरिंगा इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद करता है, जिससे शरीर इंसुलिन का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकता है।

  2. एंटी-डायबिटीक गुण: मोरिंगा में एंटी-डायबिटीक गुण होते हैं जो रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।

  3. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: मोरिंगा के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट जैसे कि फ्लेवोनोइड और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जो मधुमेह से जुड़ी जटिलताओं का एक प्रमुख कारण है।

4. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

मोरिंगा के पत्ते, सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किए जाते रहे हैं। हाल के वर्षों में, वैज्ञानिक अध्ययनों ने पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मोरिंगा के पत्तों की प्रभावशीलता का समर्थन किया है।

मोरिंगा के पत्ते पाचन तंत्र को कैसे मजबूत करते हैं:

  1. पाचक एंजाइमों को बढ़ाता है: मोरिंगा पाचक एंजाइमों जैसे कि एमाइलेज और लाइपेस के उत्पादन को बढ़ाता है, जो भोजन के पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करते हैं।

  2. पाचन तंत्र की गतिशीलता में सुधार: मोरिंगा पाचन तंत्र की गतिशीलता में सुधार करता है, जिससे भोजन आसानी से पच जाता है और कब्ज से राहत मिलती है।

  3. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पाचन तंत्र में सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस और क्रोहन रोग जैसी पाचन संबंधी बीमारियों से जुड़ी हो सकती है।

  4. आंतों के स्वास्थ्य में सुधार: मोरिंगा आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है, जो पाचन तंत्र के समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

  5. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है: मोरिंगा प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है, जो पाचन तंत्र को संक्रमण से बचाने में मदद करता है।

 

वजन घटाने में सहायक
वजन घटाने में सहायक
  • चयापचय को बढ़ाता है: मोरिंगा चयापचय को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे शरीर अधिक कैलोरी जलाता है और वजन कम करने में आसानी होती है।

  • भूख को कम करता है: मोरिंगा में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो भूख को कम करने और अधिक खाने से रोकने में मदद करता है।

  • वसा जलने को बढ़ावा देता है: मोरिंगा वसा जलने को बढ़ावा देने में मदद करता है, जो शरीर में वसा की मात्रा को कम करने में मदद करता है।

  • ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है: मोरिंगा ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे आप अधिक सक्रिय रह सकते हैं और अधिक कैलोरी जला सकते हैं।

  • पाचन में सुधार करता है: मोरिंगा पाचन में सुधार करता है, जो शरीर को पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित करने में मदद करता है और वजन कम करने में सहायक होता है।

6. कैंसर से बचाता है

मोरिंगा के पत्ते, सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में विभिन्न रोगों के इलाज के लिए उपयोग किए जाते रहे हैं। हाल के वर्षों में, वैज्ञानिक अध्ययनों ने कैंसर से बचाव में मोरिंगा के पत्तों की संभावित भूमिका का समर्थन किया है।

  • एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर: मोरिंगा के पत्ते एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। मुक्त कण डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर कोशिकाओं के विकास में योगदान कर सकते हैं।

  • एंटी-कैंसर गुण: मोरिंगा के पत्तों में कुछ यौगिक होते हैं जिनमें एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जैसे कि नियाज़िमिसिन और फाइटोकेमिकल्स। ये यौगिक कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकने में मदद कर सकते हैं।

  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है: मोरिंगा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है, जो शरीर को कैंसर कोशिकाओं सहित हानिकारक कोशिकाओं से लड़ने में मदद करता है।

  • सूजन को कम करता है: मोरिंगा सूजन को कम करने में मदद करता है, जो कैंसर के विकास में एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है।

त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
  • त्वचा को हाइड्रेटेड रखता है: मोरिंगा में विटामिन ए और ई होता है जो त्वचा को हाइड्रेटेड रखने और शुष्कता को रोकने में मदद करते हैं।

  • त्वचा को पोषण देता है: मोरिंगा में विटामिन बी, सी और के, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा को पोषण देते हैं और उसकी सेहत बनाए रखते हैं।

  • मुँहासे और मुंहासों से लड़ता है: मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंहासे और मुंहासों से लड़ने में मदद करते हैं।

  • झुर्रियों और ठीक लाइनों को कम करता है: मोरिंगा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे झुर्रियों और ठीक लाइनों को कम करने में मदद मिलती है।

  • त्वचा को चमकदार बनाता है: मोरिंगा रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

आंखों की रोशनी के लिए लाभकारी
आंखों की रोशनी के लिए लाभकारी
  • विटामिन ए का अच्छा स्रोत: मोरिंगा विटामिन ए का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। विटामिन ए रेटिना के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो मस्तिष्क को प्रकाश संकेतों को संचारित करता है। विटामिन ए की कमी रतौंधी और अन्य दृष्टि समस्याओं का कारण बन सकती है।

  • एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। मुक्त कण आंखों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और मोतियाबिंद और अंधापन जैसी उम्र से संबंधित दृष्टि हानि का कारण बन सकते हैं।

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आंखों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आंखों की सूजन कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकती है, जिनमें ग्लूकोमा और यूवाइटिस शामिल हैं।

  • रक्त प्रवाह में सुधार करता है: मोरिंगा रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद करता है, जो आंखों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों के वितरण को बढ़ाता है।

  • आंखों की थकान कम करता है: मोरिंगा आंखों की थकान को कम करने में मदद करता है, जो कंप्यूटर स्क्रीन या स्मार्टफोन को देखने से हो सकती है।

9. हड्डियों को मजबूत बनाता है

हड्डियों को मजबूत बनाता है
हड्डियों को मजबूत बनाता है
  • कैल्शियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत: मोरिंगा कैल्शियम और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों के निर्माण और मजबूती के लिए आवश्यक खनिज हैं। कैल्शियम हड्डियों को घना बनाता है, जबकि मैग्नीशियम कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।

  • विटामिन K से भरपूर: मोरिंगा विटामिन K से भरपूर होता है, जो हड्डियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। विटामिन K रक्त के जमावट में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो हड्डियों के टूटने के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हड्डियों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। हड्डियों की सूजन गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है।

  • एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। मुक्त कण हड्डियों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी उम्र से संबंधित हड्डियों की बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

  • हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है: अध्ययनों से पता चला है कि मोरिंगा हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और फ्रैक्चर के जोखिम को कम करता है।

10. मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार करता है

  • स्मृति और एकाग्रता में सुधार: मोरिंगा स्मृति और एकाग्रता में सुधार करने में मदद कर सकता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जो स्मृति हानि और अल्जाइमर रोग जैसी बीमारियों से जुड़ा हो सकता है।

  • मूड को बेहतर बनाता है: मोरिंगा मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसमें एंटीडिप्रेसेंट गुण होते हैं जो मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को बढ़ाते हैं, ये न्यूरोट्रांसमीटर खुशी और तंदुरुस्ती की भावनाओं को नियंत्रित करते हैं।

  • तनाव और चिंता को कम करता है: मोरिंगा तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मस्तिष्क में सूजन को कम करते हैं, जो तनाव और चिंता से जुड़ा हो सकता है।

  • न्यूरोडीजेनेरेशन को बढ़ावा देता है: मोरिंगा न्यूरोडीजेनेरेशन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसमें पाए जाने वाले न्यूरोट्रोफिक कारक मस्तिष्क में नई कोशिकाओं के विकास और वृद्धि को प्रोत्साहित करते हैं।

  • मस्तिष्क संबंधी बीमारियों से बचाता है: मोरिंगा मस्तिष्क संबंधी बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अल्जाइमर रोग, पार्किंसंस रोग और हंटिंगटन रोग जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं।

मोरिंगा के विभिन्न भागों का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है:

1. पत्ते:

  • ताजा: सलाद, स्मूदी, या चटनी में उपयोग करें।
  • सूखा: पाउडर बनाकर चाय, स्मूदी, या दही में मिलाएं।
  • कैप्सूल या टैबलेट: पूरक के रूप में लें।

2. फूल:

  • सब्जी: करी या सूप में पकाकर खाएं।
  • चाय: सूखे फूलों को पानी में उबालकर चाय बनाएं।

3. तेल:

  • त्वचा और बालों के लिए: मॉइश्चराइज़र या हेयर ऑयल के रूप में उपयोग करें।

4. फलियां (ड्रमस्टिक):

  • सब्जी: करी, सूप, या अचार में पकाकर खाएं।
  • सूखा: पाउडर बनाकर मसाले के रूप में उपयोग करें।

                                           Sourced by: SAAOL Heart Center

निष्कर्ष

मोरिंगा के पत्ते प्रकृति का एक अनमोल उपहार हैं जो स्वास्थ्य के लिए अनेक लाभ प्रदान करते हैं। इन पत्तों को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करके आप अपनी समग्र स्वास्थ्य और जीवनशैली में सुधार ला सकते हैं।

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